International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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“कृत्रिमबुद्धि” - अधिगम की एक सम्भावना
1 Author(s): DR. RISHI RAJ
Vol - 10, Issue- 4 , Page(s) : 113 - 117 (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
आज का युग विज्ञान और तकनीकि का युग है। सम्पूर्ण विश्व में मनुष्य ज्ञान प्राप्ति के लिए भागदौड़ कर रहा है। जिससे वह दूसरे मानवों से स्वयं को श्रेष्ठ सिद्ध कर सकें। यही प्रतिस्पर्धा मानवीय समाज और राष्ट्रों में भी घर कर गई है। इसी प्रतिस्पर्धा की अन्धी दौड़ में मनुष्य ने मानव बुद्धि सदृश कृत्रिमबुद्धि का अविष्कार वर्तमान युग में कर लिया है। जिसका समावेश मशीनों में करके वह कठिन से कठिन कार्यों को भी बिना जोखिम के सरलता एवं सहजता से सम्पन्न कर रहा है। परन्तु मशीनों में इसका अधिकाधिक प्रयोग आज जहाँ लाभदायक है। वहीं बेरोजगारी की दृष्टि से हानिकारक भी है। इसी तथ्य को दृष्टि में रखकर आज मनुष्य को अधिगम की सम्भावनाऔं में कृत्रिमबुद्धि का उचित प्रयोग करना है। जो मानव कल्याण के लिए आवश्यक है।
१. “शिक्षामनोविज्ञान”, सिंह, डा.अरूणकुमार, भारतीभवन पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स,पटना-2007२. ईश्वरकृष्ण विरचित“सांख्यकारिका”, श्री राजेन्द्रप्रसाद कोठ्यारी,चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन,वाराणसी३. www.AI Wikipedia४. www.google.com