जायसी के काव्य में भारत की राजनीतिक.. आर्थिक स्थिति
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Author(s):
DR. VIRENDRA KUMAR JHA
Vol - 6, Issue- 12 ,
Page(s) : 268 - 271
(2015 )
DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
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Abstract
सिर्फ साहित्यिक पटल पर मलिक मुहम्मद जायसी जैसे महाकवि का अंकन अपने आप में पूर्ण नहीं है। उनकी राजनीतिक चेतना को देखना भी अनिवार्य है
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