International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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भवभूतिकालीन राष्ट्र की अवधारणा का आधुनिक काल में प्रासंगिकता
1 Author(s): DR. RAKESH KUMAR
Vol - 6, Issue- 4 , Page(s) : 298 - 301 (2015 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
भवभूति से बहुत पूर्व राजतन्त्र पूर्णतः सुगठित हो चुका था। भारतीय इतिहास में उस युग तक बड़े-बड़े राजतन्त्र तथा गणतन्त्र की शासन-व्यवस्था विकसित हो चुकी थी। राज्य और राजा के आदर्श-मूल्य स्थापित हो चुके थे। भवभूति ने अपने नाटकों की कथावस्तु राजचरित्र से ही ली है। इसलिए राजनीतिक व्यवहारों को दिखलाने का उन्हें पर्याप्त अवसर प्राप्त हुआ है।