International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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असहयोग आन्दोलन एवं स्त्री शक्ति
1 Author(s): DR.MANISHA KUMARI
Vol - 10, Issue- 1 , Page(s) : 174 - 177 (2019 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
अंग्रेजी शासन से देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपार जन समूह बच्चे, बूढ़े, पुरूषों के साथ महिलाएँ भी महात्मा गाँधी के चुम्बकीय शक्ति में सम्मिलित हो गयी। महात्मा गाँधी ने सत्य एवं अहिंसा का अस्त्र लेकर स्वतंत्रता आन्दोलन की शुरूआत की थी। सत्य और अहिंसा के प्रयोग में महात्मा गाँधी ने स्त्री को पुरूष की अपेक्षा अधिक उपयुक्त समझा था तथा समय-समय पर स्त्रियों को जिम्मेवारी सौंपी। स्वतंत्रता की लड़ाई में एक से बढ़कर एक महिलाआें ने शौर्य का परिचय दिया। उनमें से बहुत ऐसी हैं जिन्होंने पर्दे के पीछे से क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता आन्दोलन की मशाल को जलाए रखा।