International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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जल एकत्रीकरण, संरक्षण एवं संग्रहण
1 Author(s): DR. J. P. MOURYA
Vol - 12, Issue- 7 , Page(s) : 99 - 105 (2021 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
एक बहुत ही पुरानी कहावत है कि जल ही जीवन है जिसे कोई झूठला नहीं सकता है। मै यहॉ कुछ इसी तरह की एक बात और कहूँ कि जल है तो भविष्य है अर्थात जल है तो कल है तो कोई अतिषयोक्ति नही होगी। हमारा जीवन वायु के बाद जिस प्राकृतिक संसाधन पर सर्वाधिक निर्भर है तो वह जल और भविष्य भी वायु के बाद सबसे ज्यादा इसी पर निर्भर करेगा। आइन्सटीन महोदय ने कहा था कि तीसरे विष्व युद्ध के बाद मानव लाठी व पत्थरों से लडे़गा, लेकिन मै कहुँगा कि यदि तीसरा विष्व युद्ध हुआ तो उसका कारण पेयजल होगा।