International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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महिला सशक्तिकरण- स्वामी जी के विचारों में
1 Author(s): DR.SUSHMA MISHRA
Vol - 1, Issue- 2 , Page(s) : 234 - 237 (2010 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
महिला सशक्तिकरण का वास्तविक अर्थ महिलाओं में उस शक्ति एवं सामर्थ्य को विकसित करने से है, जिससे उनमें अपने जीवन से जुड़े समस्त निर्णय स्वतंत्रतापूर्वक लेने की क्षमता उत्पन्न हो।साथ ही वे उन निर्णयों को क्रियान्वित करने की भी सामर्थ्य रखती होI भारतीय महिला सदैव से सशक्त रही है, क्योंकि भारतीय मनीषियों द्वारा स्त्री को शक्ति का स्वरूप माना गया है।