International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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राजस्थान में दास प्रथा का इतिहास
1 Author(s): DR. SANGEETA NAGARWAL
Vol - 5, Issue- 12 , Page(s) : 271 - 276 (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
मानव समाज में जितनी भी सामाजिक बुराईयां रही है, उनमें सबसे अधिक प्राचीन एवं भायावक है दासता की प्रथा। दास प्रथा को संस्थात्मक शोषण की पराकाष्ठा कहा जा सकता है। विष्व की लगभग सभी सभ्यताओं के इतिहास में दासता ने सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक व्यवस्थओं के निर्माण एवं परिचालन में महत्तवपूर्ण योगदान दिया है।