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 ( Online- ISSN 2319 - 9202 )     New DOI : 10.32804/CASIRJ

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किशोरावस्था के सुसमायोजित एवं कुसमायोजित विद्यार्थियों के व्यक्तिगत मूल्यों का अध्ययन

    1 Author(s):  MANISH RAI

Vol -  5, Issue- 9 ,         Page(s) : 22 - 30  (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ

Abstract

ABSTRACT किशोरावस्था में इन मूल्यों में तिव्रता से विकास होता है। यदि मूल्यों का विकास सही ढंग से होता है तो किशोर में सुसमायोजन के साथ मूल्यों का भी सार्थक विकास होता है। सुसमायोजित एवं कुसमायोजित किषोर विद्यार्थियों के व्यक्तिगत मूल्यों के तुलनात्मक अध्ययन के प्रमुख उद्देष्य को ध्यान में रखकर षोधक ने 800 किषोर विद्यार्थियों के न्यादर्ष पर सर्वेक्षण विधि से अध्ययन करने का प्रयास किया है। दत्तों के विष्लेशण एवं परिकल्पनाओं के निश्कर्श में पाया कि सुमसायोजित एवं कुसमायोजित किषोर विद्यार्थियों व्यक्तिगत मूल्यों में सार्थक अन्तर पाया जाता है। मूल्यों का अध्ययन समाज के सर्वांगींण विकास में योगदान अवष्य देता है।

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  2. जोषी, ज्योति (2002) .‘‘बदलते हुए भारतीय सामाजिक परिवेष और मान्यताओं में किषोरावस्था षिक्षा आवष्यक“ सेमिनार, षिविरा पत्रिका,जुलाई ;2002द्ध, पृश्ठ 16
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