International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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मोहन राकेश की कहानियों में मानवीय संबंध
1 Author(s): DR. KULDEEP SINGH
Vol - 5, Issue- 12 , Page(s) : 181 - 185 (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
हिंदी साहित्य में कहानी का विशिष्ट स्थान है। कहानी का अपना एक अलग अस्तित्व है। हिंदी -कहानी परंपरा में अनेक ऐसे लेखक हुए हैं, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से व्यक्ति समाज के जीवन में नई चेतना और स्फूर्ति का संचार किया है। कहानी कहने का प्रचलन वैसे तो हमारे यहाँ प्राचीनकाल से हैं। पंचतंत्र, हितोपदेश, जातक कथाएँ इत्यादि इसी परंपरा के द्योतक हैं। किंतु कहानी साहित्य की सुदृढ़ परंपरा का विकास हम प्रेमचंद युग से मान सकते हैं। इसी आधार पर हम कहानी को पूर्व प्रेमचंदोत्तर युग तथा स्वातंत्र्योत्तर युग में विभाजित करके कहानी के विकास का क्रमगतः अध्ययन कर सकते हैं।