International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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महात्मा हंसराज जी द्वारा समाजोत्थान के कार्यों का मूल्यांकन
1 Author(s): DR. SATNAM SINGH
Vol - 6, Issue- 7 , Page(s) : 133 - 140 (2015 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
महात्मा हंसराज का व्यक्तित्व आदर्श शिक्षक, आदर्श प्रशासक व आदर्श मानव के रूप में एक कीर्तिमान मार्गदर्शक उदाहरण बन गया। समाज के सब वर्गों ने महात्मा हंसराज के सेवा कार्य से प्रभावित होकर उनका अनुकरण किया। उनके समकालीन आर्य जनों ने तथा अन्य समुदाय के अग्रणी लोगों ने आपकी मुक्तकंठ से प्रशंसा की। महात्मा हंसराज के सामाजिक उत्थान कार्यों में जैसे: अपराधी कुटुम्बों मे सेवा-कार्य, अन्धविश्वासों पर चोट, छूआछात का विरोध, बलि-प्रथा का विरोध, बाल विवाह का विरोध, अनाथ-रक्षा, दान प्रवृत्ति में बदलाव, विधवा-विवाह का समर्थन, निर्धनता उन्मूलन, आर्य जाति-निर्माण, संगठन शक्ति का विकास आदि क्षेत्रों महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किये। महात्माजी के विचारों को आज के समाकालिक समाज में महत्वपूर्ण आवश्यकता है। क्योंकि आपाधापी युग में महात्मा हंसराज जैसे महात्मा के विचारों के जीवन ज्योति की हर मानव को आवश्यकता है।