International Research Journal of Commerce , Arts and Science

 ( Online- ISSN 2319 - 9202 )     New DOI : 10.32804/CASIRJ

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 53    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

महात्मा हंसराज जी द्वारा समाजोत्थान के कार्यों का मूल्यांकन

    1 Author(s):  DR. SATNAM SINGH

Vol -  6, Issue- 7 ,         Page(s) : 133 - 140  (2015 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ

Abstract

महात्मा हंसराज का व्यक्तित्व आदर्श शिक्षक, आदर्श प्रशासक व आदर्श मानव के रूप में एक कीर्तिमान मार्गदर्शक उदाहरण बन गया। समाज के सब वर्गों ने महात्मा हंसराज के सेवा कार्य से प्रभावित होकर उनका अनुकरण किया। उनके समकालीन आर्य जनों ने तथा अन्य समुदाय के अग्रणी लोगों ने आपकी मुक्तकंठ से प्रशंसा की। महात्मा हंसराज के सामाजिक उत्थान कार्यों में जैसे: अपराधी कुटुम्बों मे सेवा-कार्य, अन्धविश्वासों पर चोट, छूआछात का विरोध, बलि-प्रथा का विरोध, बाल विवाह का विरोध, अनाथ-रक्षा, दान प्रवृत्ति में बदलाव, विधवा-विवाह का समर्थन, निर्धनता उन्मूलन, आर्य जाति-निर्माण, संगठन शक्ति का विकास आदि क्षेत्रों महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किये। महात्माजी के विचारों को आज के समाकालिक समाज में महत्वपूर्ण आवश्यकता है। क्योंकि आपाधापी युग में महात्मा हंसराज जैसे महात्मा के विचारों के जीवन ज्योति की हर मानव को आवश्यकता है।

  1. तपोनिधि श्री महात्मा हंसराज सुरभित उद्यान पृ. 145
  2. हंसराज, महात्मा-वेदामृत, डी.ए.वी. प्रकाशन नई दिल्ली, 86
  3. कौशिक अशोक - आर्य जगत अप्रैल, 2006 पृ. 24-30
  4. विद्यार्थी धर्मदेव ’महर्षि दयानंद का शिक्षा दर्शन’ डी.ए.वी. आन्दोलन का इतिहास, डी.ए.वी. प्रकाशन, नई दिल्ली पृ. 89
  5. महात्मा हंसराज, प्रेरक प्रवचन पृ. 17
  6. खुशहालचन्द-महात्मा हंसराज पृ. 92
  7. मारवा, सोमनाथ-महात्मा हंसराज लाईफ फिलोसफी एण्ड एचिवमेन्ट, डी.ए.वी. प्रकाशन, नई दिल्ली पृ. 88
  8. महात्मा हंसराज- अमृत वर्षा, पृ. 43

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details