गठबंधन के काल में केन्द्र एवं राज्यों के मध्य सम्बन्ध 1989-1996 एक अध्ययन
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Author(s):
MEENU RANI
Vol - 4, Issue- 3 ,
Page(s) : 937 - 950
(2013 )
DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
Abstract
भारत में संघात्मक शासन प्रणाली को अपनाया गया है। भारतीय संविधान के भाग प् के प्रथम तीन अनुच्छेदों में संघ और उसके राज्य क्षेत्रों का उल्लेख है। भारतीय संघ को संसार के संघात्मक संविधानों में विशेष स्थान प्राप्त है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस व मुस्लिम लीग के बीच 1916 के लखनऊ समझौते में भारतीय समाज के भावी संघीय स्वरूप को में स्वीकार कर लिया गया। 1928 में मोतीलाल नेहरू के नेतृत्व में गठित, अखिल भारतीय समिति, गोलमेज सम्मेलनों तथा ब्रिटिश कैबिनेट मिशन तक की बातचीत में केन्द्र व राज्यों के बीच शक्तियों के बंटवारे के प्रश्न पर विचार किया गया। भारतीय संविधान में कहीं भी ‘संघ’ शब्द का प्रयोग नहीं किया गया है। संविधान के अनुच्छेद प् में भारत को ‘राज्यों का संघ’ कहा गया है। अपने प्रारम्भिक वर्षों में भारतीय संघ व्यवस्था की प्रमुख विशेषता थी - केन्द्र राज्य सहयोग।
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