International Research Journal of Commerce , Arts and Science

 ( Online- ISSN 2319 - 9202 )     New DOI : 10.32804/CASIRJ

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 979    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

गठबंधन के काल में केन्द्र एवं राज्यों के मध्य सम्बन्ध 2004 से 2009 एक अध्ययन

    1 Author(s):  MEENU RANI

Vol -  5, Issue- 1 ,         Page(s) : 447 - 456  (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ

Abstract

भारत में संघात्मक शासन प्रणाली को अपनाया गया है। इसमें केन्द्र एवं राज्य सम्बन्ध महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। प्रथम आम चुनाव से लेकर चतुर्थ आम चुनावों तक केन्द्र एवं राज्यों के मध्य सम्बन्ध सुचारू रूप से चलते रहे क्योंकि 1964 से 1967 तक भारतीय राजनीति पर कांग्रेस दल का एकछत्रा शासन था, जिसके कारण राज्यों मे तनाव होने के बावजूद वे केन्द्र के विरूध आवाज नहीं उठा सकते थे। 1967 से 1971 तक केन्द्र राज्य सम्बन्धों में उतार चढ़ाव आया। 1977 में पहली बार केन्द्र में गैर कांग्रेसी सरकार सत्तारूढ़ हुई और केन्द्र राज्य तनाव खुलकर सामने आने लगे। 1989 से 2009 तक मिली-जुली सरकारों का दौर जारी रहा। जिसने केन्द्र राज्यों के मध्य तनाव को और अधिक प्रखर बना दिया। इसलिए केन्द्र राज्यों के मध्य तनाव के कारणों को जानना बन गया है। वर्तमान संदर्भ में केन्द्र राज्य सम्बन्धों में सुधार की प्रासंगिकता को जानना।

  1. रिपोर्ट, केन्द्रीय शक्ति समिति, 1947.
  2. संविधान सभा कार्यवाही
  3. रिपोर्ट, केन्द्र राज्य सम्बन्ध, पुंछी आयोग, 2007.
  4. द ट्रिब्यून, 25 नवम्बर, 2005.
  5. निजी सुरक्षा ऐजेंसी अधिनियम, 2005
  6. क्षेत्राीय संगोष्ठी, केन्द्र राज्य सम्बन्ध, 10-11 दिसम्बर, 2008, चण्डीगढ़।
  7. वही, 20-21 जनवरी, 2009, भुवनेश्वर
  8. द हिन्दुस्तान टाइम्स, 10 दिसम्बर, 2006.

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details