International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
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भारत नेपाल सहयोग के बनते बिगड़ते आयाम
1 Author(s): EHTASHAM ZAHIR
Vol - 2, Issue- 3 , Page(s) : 15 - 27 (2011 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
गिरिलाल जैन का यह विचार है कि चूँकि नेपाल में भारत चीन से भेंट करता है और भारत एवं चीन के मध्य नेपाल एक बपफर स्टेट है इसीलिए अपने ‘‘राष्ट्रीय हित’’ में ‘‘तृतीय विश्व’’ के विकासशील राष्ट्रों के मध्य कापफी महत्वपूर्ण स्थिति प्राप्त कर ली है। वास्तव में, भारत विकासशील देशों का एक अनूठा उदाहरण है, जो स्वयं विश्व के विकसित राष्ट्रों से सर्वाध्कि सहायता प्राप्त करने वाला एक विकासशील राष्ट्र होते हुए भी साथ ही साथ अल्प-विकसित राष्ट्रों को अपार सहायता प्रदान करने वाला एक दाता-राष्ट्र भी है। अतः पड़ोसी राष्ट्रों एवं तृतीय विश्व के अन्य राष्ट्रों को प्रदत्त भारतीय सहायता का परीक्षण भारत की स्वयं की आर्थिक सीमाओं की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है।