International Research Journal of Commerce , Arts and Science

 ( Online- ISSN 2319 - 9202 )     New DOI : 10.32804/CASIRJ

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शिक्षक प्रशिक्षणार्थियों की अधिगम उपलब्धि पर योजना विधि के प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन (विभिन्न स्तरों पर विश्लेषण)

    2 Author(s):  RUBI CHAUHAN, PROF. B C DUBEY

Vol -  8, Issue- 11 ,         Page(s) : 290 - 295  (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ

Abstract

शोधों के द्वारा यह प्रमाणित हो चुका है कि सीखने की प्रक्रिया में सबसे स्थायी अधिगम करके सीखने की विधि का होता है भारतीय परिप्रेक्ष्य में पुरातन समय से ही करके सीखने की विधि का प्रचार प्रसार होता रहा है और आश्रम शिक्षण पद्धति इसी विधि पर आधारित थी। बदलते परिवेश में आश्रम का स्वरूप विद्यालय एवं गुरू के स्थान पर शिक्षक का प्रार्दुभाव हुआ है एवं शिक्षण विधियों में विभिन्न शिक्षण विधियां प्रयोग में लायी जाती रही है। इसी विधि में योजना विधि शिक्षण की ऐसी विधि है जो शिक्षार्थी द्वारा किस भी विषय वस्तु का ज्ञान क्रमबद्ध चरणों के प्रयोग से क्रमानुसार परिचर्चा के द्वारा पूर्ण किया जाता हैं लेकिन वर्तमान समय में इस विधि का प्रयोग बहुत कम किया जा रहा है। लेकिन प्रश्न यह है कि यह ज्ञात किया जाये कि यह विधि शिक्षण एवं अधिगम हेतु कितनी उपयुक्त है इस तथ्य को ध्यान में रखते हुये यह अध्ययन प्रयोगात्मक अनुसंधान विधि के प्रयोग से 32 शिक्षक प्रशिक्षणार्थियों के समूह पर योजना विधि के शिक्षण के माध्यम से प्रस्तुत किये गये विषय वस्तु का अधिगम उपलब्धि प्रश्नावली जिसे शोधकर्ती द्वारा स्वयं निर्मित किया गया था

  1. रूहेला, सत्यपाल (2007) भारतीय शिक्षा का समाजशास्त्र, राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, जयपुर पृ0 सं0 1-13

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