International Research Journal of Commerce , Arts and Science
( Online- ISSN 2319 - 9202 ) New DOI : 10.32804/CASIRJ
**Need Help in Content editing, Data Analysis.
Adv For Editing Content
राजस्थान के इतिहास में ख्यातों का महत्व
1 Author(s): MEENA KUMARI
Vol - 8, Issue- 9 , Page(s) : 339 - 341 (2017 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ
राजपूताने के इतिहास को सजोने का श्रेय अकबर के समय को जाता है। क्योंकि युद्ध आदि के कारण मध्यकालीन इतिहास का लेखन व्यवस्थित रुप से नहीं चल सका। सम्राट अकबर के समय में शान्ति का अनुभव हुआ और तभी से अपने-अपने राज्यों और वंशों की ख्यात लिखने की परम्परा पुनः चालू हो गई। पंडित गौरीशंकर हरिचन्द ओझा ने भी कहा है -मुगल बादशाह अकबर को समय उसके मंत्री अबुल कजल द्वारा ‘आइने अकबरी’ का निर्माण हुआ। उसके पश्चात् देशी राज्यों में भी ख्यातों का लिखा जानो आरम्भ हुआ।