1. (मधुमती पत्रिका, अंक-जनवरी-2004, भूख, मेजर रतन जागिड़, पृ॰ स॰ 48)
2. (मधुमती,- अंक 2004, जनवरी, भूख, मेजर रतन जागिड़ पृ॰ स॰-49)
3. (कहानीकार भगवती प्रसाद वाजपेयी; संदवेदना और शिल्प; लेखक डाॅ॰ गोविन्द लाल छाबड़ा, डाॅ॰ गौतम, पृ॰ 51)
4. (‘मधुमति’ पत्रिका; जून 2004, सपनों का पिंजरा, डाॅ॰ सावित्री डगा, प्र॰स॰ 86-87)
5. (मधुमती पत्रिका: अप्रेल 2002, निर्मल, हबीब कैफी, प्र॰सं॰ 59)
6. (आधुनिक हिन्दी कहानी में वर्णित सामाजिक यथार्थ: डाॅ॰ ज्ञान चन्द शर्मा, प्र॰ 117)
7. (मधुमती पत्रिकाः मई 2009 अहसास, विमला भण्डारी, पृ॰ 58)
8. (वही, पृ॰ 59)
9. (हिन्दी कहानीः दो दशक - डाॅ॰ सुरेश धींगड़ा, पृ॰ 61)
10. (मधुमति पत्रिकाः मई, 2009, अहसास, विमला भण्डारी, पृ॰ सं॰ 60)
11. (मानसरोवरः भाग ...., पे्रमचन्द, पृ॰ 140)
12. (मधुमती जुलाई 2003, खोज, हरदर्शन सहगल, पृ॰ सं. 73)
13. (अन्य कहानियाँ, रत्नकुमार साम्भरिया, पृ॰ सं॰ 114)
14. (हिन्दी उपन्यासः सामाजिक सन्दर्भ डाॅ॰ बालकृष्ण गुप्त, पृ॰ सं. 64)