International Research Journal of Commerce , Arts and Science

 ( Online- ISSN 2319 - 9202 )     New DOI : 10.32804/CASIRJ

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 43    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

ग्रामीण नेतृत्व तथा राजनीति दल : एक विवेचन

    1 Author(s):  JITENDRA BAITHA

Vol -  7, Issue- 1 ,         Page(s) : 275 - 279  (2016 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ

Abstract

वर्त्तमान अध्याय ग्रामीण नेतृत्व तथा राजनीतिक दल से संबंधित है। आधुनिक युग में ग्रामीण नेतृत्व में तीव्रता से परिवर्तन हो रहे है। भारतीय स्वतंत्रता के बाद ग्रामीण नेतृत्व के परम्परागत स्वरूप में परिवर्तन हुआ है। प्राचीन भारत में ग्रामीण नेतृत्व परम्परा के आधार पर चलता था। इसलिए नेतृत्व पर कुछ विषेष व्यक्तियों का अधिकार हो गया था। स्वतंत्र भारत में लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण का आन्दोलन प्रारंभ किया गया। भारतीय पंचायतें जो परम्परा के आधार पर चली आ रही थी और काफी जर्जर हो गई थी, उन्हें नए संदर्भ में समझने का प्रयास किया गया है। वस्तुतः ग्रामीण नेतृत्व में जो स्थिरता थी वह समाप्त होती जा रही है।

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details