International Research Journal of Commerce , Arts and Science

 ( Online- ISSN 2319 - 9202 )     New DOI : 10.32804/CASIRJ

Impact Factor* - 6.2311


**Need Help in Content editing, Data Analysis.

Research Gateway

Adv For Editing Content

   No of Download : 611    Submit Your Rating     Cite This   Download        Certificate

वैश्विक शान्ति की स्थापना में चार आर्य सत्यों की भूमिका

    1 Author(s):  RAMAVTAR MEENA

Vol -  5, Issue- 11 ,         Page(s) : 39 - 42  (2014 ) DOI : https://doi.org/10.32804/CASIRJ

Abstract

संसार के अन्य धर्मों की तुलना में बौद्ध धर्म को सबसे शान्तिप्रद और अहिंसा वाला माना जाता है जिसमें प्राणिमात्र के कल्याण एवं उसके दुःखों के निरोध की तथागत बुद्ध द्वारा अप्रतिम व्यवस्था दी गयी है । बौद्ध धर्म एवं दर्शन जिस सिद्धांत पर आधारित है उसकी आधारशिला ही अहिंसा एवं शान्ति है । बुद्ध के समस्त उपदेशों का सार बिना किसी को कष्ट पहुंचाए उसे दयाए करुणाए शील और शान्ति की ओर प्रेरित करना है । तथागत के उपदेश और कालान्तर में बौद्ध धर्म दर्शन की निरन्तरता और देश.विदेशों में उसके व्यापक प्रसार का यही मूल कारण भी है ।तथागत के उपदेश वर्तमान समय में कितने प्रासंगिक हैं और आज के अशान्त जगत् में शान्ति की स्थापना में इनकी क्या भूमिका हो सकती हैए इस शोध.पत्र में इसी तथ्य की गवेषणा की गयी है ।

*Contents are provided by Authors of articles. Please contact us if you having any query.






Bank Details